क्लीनिंग ऐप मोबाइल को 'हल्का' नहीं 'जाम' करते हैं

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जंक फाइलें को डिलीट करने और स्मार्टफोन की स्पीड, स्टोरेज व परफॉर्मेंस बढ़ाने यदि आप भी क्लीनिंग ऐप पर भरोसा करते हैं तो आपके लिए ये खबर जरूर पढ़िए। टेक्नोलॉजी जगत की नामी वेबसाइट एंड्रॉयडपिट डॉट कॉम ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि ये थर्ड पार्टी एप्लीकेशन फोन को हल्का करने के बजाय डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकती हैं। वेबसाइट ने इन एप्लीकेशन को स्मार्टफोन से तुंरत डिलीट करने की बात तक कही है।


सेव नहीं होती रैम

एप स्टोर पर कई थर्ड पार्टी रैम बूस्टर एप्लीकेशन उपलब्ध हैं। ये एप्लीकेशन रैम को नियंत्रित करने की बजाए डिवाइस की इंटरनल मेमोरी और बैटरी लाइफ को नुकसान पहुंचाते हैं। ये ऐप पूरी तरह बंद होने के बाद भी बैकग्राउंड में चलते हैं जिससे फोन की स्पीड पर फर्क पड़ता है। यूजर शायद इस बात को नहीं जानते कि एंड्रॉयड डिवाइस में रैम ऑटोमेटिकली मैनेज होती है।

परफॉर्मेंस सुधारने का दावा करने वाली भरोसेमंद नहीं होती थर्ड पार्टी एप्लीकेशन

क्लीन मास्टर जैसी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन भरोसेमंद ऐप नहीं है। यह ऐप कैचे फाइल को डिलीट कर फोन की परफॉर्मेंस को सुधारती है। हालांकि फोन में इसका कोई खास महत्व नहीं होता। कई बार तो खुद क्लीन मास्टर जैसे एप्लीकेशन फोन में कैचे फाइल्स को तेजी से बनाते हैं। यूजर चाहें तो फोन में मौजूद कैचे फाइल को मैनुअली भी डिलीट कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें फोन की सेटिंग्स में जाकर स्टोरेज पर क्लिक करना होगा। इसके बाद मनचाहे एप को सिलेक्ट कर कैचे डिलीट कर दें। इससे आपकी इंटरनल मेमोरी और बैटरी दोनों सुरक्षित रहेंगी।

बेवजह के एंटीवायरस से बचें...

स्मार्टफोन को वायरस से बचाने के लिए थर्ड पार्टी एंटीवायरस एप्लीकेशन डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है। एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर इसके बिना ही फोन को सुरक्षा प्रदान करता है। हालांकि फोन में एपीके फाइल डाउनलोड करते वक्त एंटीवायरस काम कर सकता है। लेकिन सेटिंग्स में मौजूद अननोन सोर्स का विकल्प भी यूजर को एपीके फाइल डाउनलोड न करने की सलाह देता है। ऐसे में एंटीवायरस का फोन में कोई खास महत्व नहीं रह जाता।

आकर्षक लॉन्चर और विजेट्स से बचें

बजट स्मार्टफोन को लग्जरी लुक देने के लिए यूजर गूगल प्ले पर मौजूद कुछ खास तरह के लॉन्चर और विजेट्स का सहारा लेने लगते हैं। जबकि वास्तव में इस तरह के अधिकांश ऐप वादे के मुताबिक पर्याप्त सर्विस देने में असमर्थ हैं। एंड्रायडपिट वेबसाइट के मुताबिक ये एप्लीकेशन फोन में अच्छे फीचर उपलब्ध कराने की बजाए इंटरनल मेमोरी, रैम, ग्राफिक और बैटरी को नुकसान पहुंचाते हैं। यूजर को हमेशा फोन में प्री इंस्टॉल्ड एप्लीकेशन, लॉन्चर और विजेट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए।


बैटरी सेवर ऐप से बैटरी को पहुंचता है नुकसान

एंड्रायडपिट वेबसाइट की रिसर्च में कहा गया है कि मोबाइल फोन में रैम बूस्टर की तरह बैटरी सेवर ऐप भी बेवजह फोन की इंटरनल मेमोरी को भरते हैं। आपने गौर किया होगा बैटरी सेवर एप डाउनलोड करने के बाद फोन की होम स्क्रीन और टोगल्स बार पूरी तरह बदल जाता है। इसमें फोन पर भार डालने वाले कई तरह के एनिमेशन इफेक्ट भी शामिल होते हैं। दरअसल ये सब एक दिखावा है। बैटरी सेवर ऐप फोन की लाइफ को बढ़ाने की बजाए उसे तेजी से खत्म करना शुरू कर देते हैं। इस तरह के एप्लीकेशन से अपने स्मार्टफोन को हमेशा मुक्त रखें। फोन की बैटरी को सुरक्षित रखने के लिए रनिंग सर्विस या रनिंग एप को ध्यान में रखकर डिवाइस का इस्तेमाल करें। चार्जिंग मोड पर कम से कम गेम खेलें या कॉल करें। फोन की डिस्प्ले लाइट को आवश्यकता अनुसार ही बढ़ाएं।
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Manbhawan Pandey

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