मानव मस्तिष्क के रोचक तथ्य जो आप नही जानते होगे

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हमारा मस्तिष्क बहुत जटील है. मनुस्य earth पर अपने दीमाग के बल पर ही आज राज कर रहा है. Scientists लोगो का मानना है इस दुनीया में जटील और विस्मयकारी हमारा दीमाग है जिसके बारे मे सब कुछ जानना लगभग नामुमकीन है. तो चलीए मै दिमाग के बारे मे कुछ एसी चीजे बताउगा जिसको आपको जरूर याद रखना चाहीए. -
हमारा दिमाग 75% से ज्यादा पानी से बना होता है
  •  30 साल की आयु के बाद हमारा दिमाग सुकड़ने लगता है।
  • आप के दिमाग में हर दिन औसतन 60,000 विचार आते हैं।
  • हँसते समय हमारे दिमाग के लगभग 5 हिस्से एक साथ कार्य करते हैं।
  •  मानव का दिमाग computer से भी ज्यादा तेज प्रतिक्रिया करता है।
  • पढ़ने और बोलने से एक बच्चो का दिमागी विकास ज्यादा होता है।
  •  मानव दिमाग के अंदर एक सैकेंड में 1 लाख रसायनिक प्रतिक्रियायें होती हैं।
  •  एक जिन्दा दिमाग बहुत नर्म होता है और इसे चाकु से आसानी से काटा जा सकता है।
  • वैज्ञानिक मानते हैं कि ब्रह्माण्ड में सबसे जटिल और रहस्मई चीज मनुष्य का दिमाग है।
  •  मनुष्य के दिमाग में दर्द की कोई भी नस नही होती इसलिए वह कोई दर्द नही महसूस नही करता।
  • जब आप एक आदमी का चेहरा गौर से देखते है तो आप अपने दिमाग का दायां भाग उपयोग करते है।
  • जो बच्चे पाँच साल का होने से पहले दो भाषाएँसीखते है उनके दिमाग की संरचना थोड़ी सी बदल जाती है।
  •  दिमाग शरीर का लगभग 2% है परन्तु यह कुल ऑक्सीजन का 20% खपत करता है और खून भी 20% उपयोग करता हैं।
  • आपका दिमाग 5 साल की उम्र तक 95% बढ़ता है और 18 तक पहुँचते-पहुँचते 100% विकसित हो जाता है ओर उसके बाद बढ़ना रूक जाता है।
  • जब आप जाग रहे होते है तब आपका दिमाग 10 से 23 वाट तक की बिजली उर्जा छोड़ता है, जो कि एक बिजली के बल्ब को भी चला सकती है।
  •  आपके दिमाग की Right Side आपकी Body के Left Side को जबकि दिमाग की Left Side आपकी Body के Right Side को कंट्रोल करती है।
  • अकसर ऐसा कहा जाता है कि हम दिन में 20,000 बार पल्क झपकते है और इसके कारण हम दिन में 30 मिनट तक अंन्धे रहते हैं। पर असल में हम दिन में 20,000 बार पलक जरूर झपकते है पर 30 मिनट तक अन्धे नही रहते। क्योंकि हमारा दिमाग इतने कम समय में वस्तु का चित्र अपने आप बनाए रखता है। हमारे पलक झपकने का समय 1 सैकेंड के 16वे हिस्से से कम होता है पर दिमाग किसी भी वस्तु का चित्र सैकेंड के 16वे तक बनाए रखता है।
  • दिमाग का आकार और वजन दिमागी शक्ती पर कोई प्रभाव नही डालता । Albert Einstein के दिमाग का वजन 1230 ग्राम था जो कि सामान्य मनुष्य से कहीं कम था।
  • दिमाग में 1,00,000 मील लंबी रक्त वाहिकाएँ होती हैं।
  • दिमाग को 4 से 6 मिनट तक ऑक्सीजन न मिलने पर भी यह रह सकता है पर 5 मे 10 मिनट तक न मिलने पर brain damage पक्की है। 
  • मनुष्य का Dimag का वजन लगभग 1500 ग्राम तक होता है।
  •  हमारे दिमाग में न्युरॅान की गिणती 100 अरब ( जितने आकाशगंगा में तारे होते है) होते हैं और हर न्युरॅान में 1,000 से 10,000 synopses होते है।
  •  वैज्ञानिक मानते हैं कि ब्रह्माण्ड में सबसे जटिल और रहस्मई चीज मनुष्य का दिमाग है।
  •  मानव दिमाग के अंदर एक सैकेंड में 1 लाख रसायनिक प्रतिक्रियायें होती हैं।
  •  हमारे दिमाग के 60% हिस्से में चर्बी होती हैं इसलिए यह शरीर का सबसे अधिक चर्बी वाला अंग हैं।
  • मस्तिष्क में प्रत्येक वस्तु (सूचना) संग्रहित होते जाता है – तकनीकी रूप से मस्तिष्क के पास अनुभव, अवलोकन, पठन, श्रवण आदि प्रत्येक वस्तु (सूचना) को संग्रह करने की क्षमता होती है। जन्म के बाद से प्रत्येक वस्तु उसमें संग्रहित होते जाती है, कुछ भी नहीं छूटता। यह अलग बात है कि मनुष्य में अपने ही मस्तिष्क में सग्रहित किसी अनेक वस्तुओं (सूचनाओं) तक वापस पहुँचने याने कि अनेक घटनाओं को स्मरण रख पाने की क्षमता नहीं होती।
  •  दिमाग शरीर का लगभग 2% है परन्तु यह कुल ऑक्सीजन का 20% खपत करता है और खून भी 20% उपयोग करता हैं।
  •  जब मनुष्य दो साल का होता है तो उसके दिमाग में किसी और समय के इलावा Brains cells की गिणती सबसे ज्यादा होती है।
  • दिमाग के बारे में सबसे पहला उल्लेख 6000 साल पहले सुमेर से मिलता है।
  • रिसर्च से पता चला है कि पुरूषों और महिलायों के दिमाग की बनावट अलग-अलग होती है।
  • दिमाग में 1,00,000 मील लंम्बी रक्त वाहिकाएँ होती हैं।
  • अगर हमारी चमड़ी और मेहदे की तरह हमारे Dimag के cell भी बदल जाए तो हम अपनी याददाशत गवा सकते हैं।
  • मनुष्य दिन की अपेक्षा रात को ज्यादा बढ़ते हैं। यह दिमाग के एक छोटे से भाग pituiary (पिट्यूटरी) ग्रंथी के कारण होती है जो रात को सोते समय एक बढ़ने वाला हारमोन छोड़ती है।
  •  वज़न के लिहाज से अब तक सबसे भारी दिमाग एक रूसी लेखक ‘Ivan turgenew‘ का था। उसके दिमाग का वजन लगभग 2.5 किलो था और उसकी मृत्यु 1883 में हुई थी।
  • दिमाग में 40% भाग का रंग grey है और 60% भाग का रंग सफेद है। grey भाग में न्युरॉन होते है जो संचार का काम करता हैं।
  • हमारा दिमाग़ 40 साल की उम्र तक बढ़ता रहता हैं। इसके के बाद यह सुकड़ने लगता है।
  • अगर शरीर के आकार को ध्यान में रखा जाए तो मनुष्य का दिमाग सभी प्रणीयों से बड़ा हैं। हाथी के दिमाग का आकार उसके शरीर के मुकाबले सिर्फ 0.15% होती है जबकि मनुष्य का 2 प्रतीशत।
  •  मानव का Dimag computer से भी ज्यादा तेज प्रतिक्रिया करता है।
  • आपका अवचेतन मन(दिमाग) आपके चेतन मन से 30,000 गुना शक्तिशाली होता है।
  • मनुष्य के दिमाग की left side बोलने को कंटरोल करती है और पंक्षियों के दिमाग की left side उनकी चहचहाना कंटरोल करती है।
  • दिमाग शराब पीने के लगभग 7-8 minute के अंदर ही active हो जाता है और हमे नशा होने लगता है।
  • Brain (दिमाग) और mind (मन) दो अलग अलग चीजे है। मन दिमाग के किस भाग मे है इसका पता विज्ञान अभी तक नहीं लगा पाया है।
  • अगर दिमाग से amygdala (प्रमस्तिष्कखंड) निकाल दिया जाए तो इंसान का किसी भी चीज से हमेशा के लिए डर खत्म हो जाएगा।
  • दिमाग की 10 प्रतीशत प्रयोग करने वाली बात भी सच नही हैं बल्कि दिमाग के सभी हिस्सों का अलग-अलग काम होता हैं।
  •  अगर आपने पिछली रात शराब पीयी थी और अब आपको कुछ याद नही हैं तो इसका मतलब ये नही हैं कि आप ये सब भूल गए हो बल्कि ज्यादा शराब पीने के बाद आदमी को कुछ नया याद ही नही होता।
  •  एक दिन में हमारे दिमाग़ में 60,000 विचार आते हैं और इनमें से 70% विचार Negative (नकारात्मक) होते हैं।


  • हमारे शरीर के भिन्न हिस्सों से सुचना भिन्न रफतार से और भिन्न न्युरॉन के द्वारा हमारे दिमाग तक पहुँचती है। सारे न्युरॅान एक जैसे नही होते कई ऐसे न्युरॅान भी होते है जो सुचना को 0.5 मीटर प्रति सैकेंड की रफतार से दिमाग तक पहुँचाते है और कई ऐसे भी होते है जो सुचना को 120 मीटर प्रति सैकेंड की रफतार से दिमाग तक पहुँचाते है।
  •  हमारे दिमाग की memory unlimited होती हैं यह कंप्यूटर की तरह कभी नही कहेगा कि memory full हो गई।
  •  जब हमे कोई इगनोर या रिजेक्ट करता हैं तो हमारे दिमाग को बिल्कुल वैसा ही महसूस होता हैं जैसा चोट लगने पर।
  •  जिस घर में ज्यादा लड़ाई होती हैं उस घर के बच्चों के दिमाग पर बिल्कुल वैसा ही असर पड़ता हैं जैसा युद्ध का सैनिकों पर।
  • टी.वी. देखने की प्रक्रिया में दिमाग़ बहुत कम इस्तेमाल होता है और इसलिए इससे बच्चों का दिमाग़ जल्दी विकसित नहीं होता। बच्चों का दिमाग़ कहानियां पढ़ने से और सुनने से ज्यादा विकसित होता है क्योंकि किताबों को पढ़ने से बच्चे ज्यादा कल्पना करते हैं।
  •  कुछ ना कुछ सीखते रहने से दिमाग में नई झुर्रियां विकसित होती रहती हैं और यह झुरिया ही IQ का सही पैमाना हैं।
  • अगर आप अपने स्मार्टफ़ोन पर लंबे समय तक फालतु काम करते हैं तब आपके दिमाग़ में ट्यूमर होने का खतरा बड़ जाता हैं.

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Manbhawan Pandey

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